
अध्याय – 13: रक्त और मूत्र की विकृति विज्ञान (Pathology of Blood and Urine)
🔬 रक्त की विकृति विज्ञान (Pathology of Blood)
रक्त की बीमारियों का अध्ययन “रक्त की पैथोलॉजी” कहलाता है। इसमें खून की गुणवत्ता, अवयवों और उसमें होने वाले बदलावों की जांच की जाती है।
1. हेमेटोलॉजिकल टेस्ट (Haematological Test)
रक्त से संबंधित जांचों को हेमेटोलॉजिकल टेस्ट कहा जाता है। इनमें प्रमुख परीक्षण निम्नलिखित हैं:
✅ (i) हीमोग्लोबिन जांच (Hb Test)
उद्देश्य: शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर जांचना।
नॉर्मल रेंज:
वर्ग | रेंज (g/dl) |
---|---|
पुरुष | 13.8 – 16.0 |
महिलाएं | 11.6 – 15.0 |
बच्चे | 11.2 – 14.5 |
महत्त्व:
- कम हीमोग्लोबिन = एनीमिया, ल्यूकीमिया (ब्लड कैंसर)
- अधिक हीमोग्लोबिन = RBC की अधिकता (Polycythemia)
✅ (ii) आरबीसी गिनती (RBC Count)
कार्य: ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन
नॉर्मल रेंज:
वर्ग | रेंज (Million/mm³) |
---|---|
पुरुष | 4.5 – 5.5 |
महिलाएं | 3.5 – 5.5 |
बच्चे | 4.0 – 5.5 |
असामान्यता:
- कम आरबीसी = एनीमिया या ल्यूकीमिया
- अधिक आरबीसी = पॉलीसाइथीमिया (Polycythemia)
✅ (iii) प्लेटलेट्स गिनती (Platelet Count)
कार्य: रक्त का थक्का जमाना (Blood Clotting)
नॉर्मल रेंज: 1.5 लाख – 4.5 लाख प्रति mm³
असामान्यता:
- कम प्लेटलेट्स = डेंगू, चिकनगुनिया, ल्यूकीमिया
- अधिक प्लेटलेट्स = कैंसर, बोन मैरो समस्या
✅ (iv) ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level)
स्थिति | सामान्य रेंज (mg/dl) |
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फास्टिंग | 70 – 99 |
खाना खाने के 2 घंटे बाद | < 140 |
रैंडम शुगर | 110 – 140 |
✅ (v) यूरिक एसिड टेस्ट (Uric Acid Test)
नॉर्मल रेंज: 2 – 6 mg/dl
असामान्यता:
- उच्च स्तर = गाउट, किडनी फेल्योर
🧬 लिम्फोसाइट्स (Lymphocytes) और उनका कार्य
लिम्फोसाइट्स, डब्ल्यूबीसी का भाग हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं।
प्रकार:
- B-Lymphocytes: एंटीबॉडी बनाते हैं
- T-Lymphocytes: संक्रमित कोशिकाओं को नष्ट करते हैं
नॉर्मल काउंट:
- B-Cells: 100–600 सेल्स/µL
- T-Cells: 500–1200 सेल्स/µL
असामान्यता:
- हाई काउंट = संक्रमण, कैंसर, ऑटोइम्यून डिजीज
🧪 थ्रोम्बोसाइट्स (Thrombocytes / Platelets)
छोटी, रंगहीन कोशिकाएं जो रक्त का थक्का जमाने में मदद करती हैं।
मुख्य कार्य:
- Vasoconstriction – ब्लड वेसल्स को संकुचित करना
- Coagulation – ब्लड क्लॉट बनाना
- Fibrinolysis – जमे हुए थक्के को हटाना
कमी: थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (Bleeding risk)
अधिकता: थ्रोम्बोसाइथीमिया (ब्लड क्लॉटिंग का खतरा)
🩸 RBC की असामान्यताएं
रूप में परिवर्तन (Shape):
- सामान्य: बायकोनकेव डिस्क (Biconcave disc)
- असामान्य: सिकल सेल, ओवल, टियर ड्रॉप इत्यादि
आकार में परिवर्तन (Size):
- नॉर्मल: 6–8 माइक्रॉन
- छोटा/बड़ा आकार = Anisocytosis
रंग में परिवर्तन (Color):
- हीमोग्लोबिन कम/ज्यादा होने से
रक्त विकार (Disorders of RBC)
- एनीमिया (Anemia):
- आयरन की कमी
- विटामिन B12 की कमी
- मेगालोब्लास्टिक एनीमिया
- हेमोलिटिक एनीमिया
- Red Cell Enzyme Deficiency
मूत्र की विकृति विज्ञान (Pathology of Urine)
मूत्र (Urine) एक तरल अपशिष्ट है जो किडनी द्वारा बनता है और यूरिथ्रा के द्वारा बाहर निकलता है।
सामान्य संघटक (Normal Constituents):
- 95% जल
- 5% निम्न अवयव:
घटक | मात्रा (g/Litre) |
---|---|
यूरिया (Urea) | 9.3 |
क्लोराइड (Chloride) | 1.87 |
सोडियम (Sodium) | 1.17 |
पोटेशियम (Potassium) | 0.75 |
क्रिएटिनिन (Creatinine) | 0.67 |
✅ निष्कर्ष (Conclusion)
रक्त और मूत्र की पैथोलॉजी से हम शरीर के अंदर होने वाले कई रोगों का शीघ्र और सटीक पता लगा सकते हैं। सही परीक्षण और रिपोर्ट द्वारा हम गंभीर बीमारियों की पहचान करके समय पर इलाज कर सकते हैं।