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पोषण संबंधित रोग (Nutritional Deficiency Disorders)


1. मोटापा (Obesity)

परिभाषा:
जब शरीर में अत्यधिक वसा (Fat) जमा हो जाती है जो बच्चे के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती है, तो उसे बाल्यकालीन मोटापा (Childhood Obesity) कहते हैं।

कारण (Etiology):

  • अत्यधिक भोजन सेवन
  • आनुवंशिक (Genetic) कारण
  • मानसिक समस्याएं
  • अंतःस्रावी व चयापचय संबंधी विकार
  • शारीरिक गतिविधियों की कमी

उपचार (Treatment):

  • संतुलित आहार और नियमित व्यायाम
  • वजन घटाने की दवाएं (10 वर्ष के बाद)
  • बैरियाट्रिक सर्जरी (गंभीर मामलों में)

2. आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया (Iron Deficiency Anemia)

परिभाषा:
यह स्थिति तब होती है जब शरीर में हीमोग्लोबिन या रेड ब्लड सेल्स की मात्रा सामान्य से कम हो जाती है।

कारण (Causes):

  • भोजन में आयरन की कमी
  • रक्तस्राव (Hemorrhage)
  • हीमोसिडेरिन यूरिया, हीमोग्लोबिन यूरिया
  • फेफड़ों की hemosiderosis
  • आयरन का अवशोषण न होना
  • आयरन-प्रतिरोधी एनीमिया

लक्षण (Clinical Manifestations):

  • शरीर का वजन सामान्य से कम
  • त्वचा व श्लेष्मा झिल्ली का पीला पड़ना
  • भूख न लगना
  • विकास रुक जाना

उपचार (Treatment):

  • आयरन की गोलियों या इंजेक्शन से पूर्ति
  • हीमोग्लोबिन सामान्य होने तक उपचार
  • आयरन युक्त भोजन
  • फोलिक एसिड और विटामिन C की खुराक

3. आयोडीन की कमी संबंधी विकार (Iodine Deficiency Disorders)

परिभाषा:
शरीर में आयोडीन की कमी से थायरॉयड हार्मोन का निर्माण प्रभावित होता है जिससे कई प्रकार के विकार उत्पन्न होते हैं।

मुख्य विकार:

  1. गॉइटर (Goiter):
    • थायरॉइड ग्रंथि सामान्य से बड़ी हो जाती है।
    • कारण: आयोडीन की कमी, ग्रेव्स डिज़ीज़, हैशिमोटो डिज़ीज़, थायरॉइड कैंसर, गर्भावस्था, सूजन
  2. क्रिटिनिज्म (Cretinism):
    • जन्म के समय या बचपन में थायरॉइड की कमी से मानसिक और शारीरिक विकास रुक जाता है।
  3. लैथायरिज्म (Lathyrism):
    • यह एक पक्षाघात (paralysis) जैसी बीमारी है।
    • ‘लथायरस सैटिवस’ (Kesari Daal) के अत्यधिक सेवन से तंत्रिका तंत्र प्रभावित होता है।

4. विटामिन की कमी से होने वाले विकार (Vitamin Deficiency Disorders)

विटामिन के प्रकार:

  • वसा में घुलनशील विटामिन (Fat Soluble): A, D, E, K
  • जल में घुलनशील विटामिन (Water Soluble): B समूह, C

विटामिन A (रेटिनोल)

  • रोग:
    • नाइट ब्लाइंडनेस (रात में न दिखना)
    • बिटोट्स स्पॉट
    • ज़ेरोफ्थाल्मिया (सूखी आंखें)

विटामिन D (कोलीकल्सीफेरोल)

  • रोग:
    • रिकेट्स (बच्चों में)
    • रेट्रोलेंटल फाइब्रोप्लासिया
    • अपरिपक्वता से जुड़ी समस्याएं

विटामिन E (टोकोफेरोल)

  • रोग:
    • हीमोलिटिक एनीमिया
    • मांसपेशियों की कमजोरी
    • विकास में रुकावट

विटामिन K (फाइलोक्विनोन)

  • रोग:
    • मलअवशोषण सिंड्रोम
    • कृमि संक्रमण
    • जठरांत्र की बीमारियाँ

विटामिन B1 (थायमिन)

  • रोग:
    • बेरी-बेरी
    • वर्निके-कोर्साकॉफ सिंड्रोम

विटामिन B2 (राइबोफ्लेविन)

  • रोग:
    • एरीबोफ्लेविनोसिस
    • एंगुलर स्टोमैटाइटिस

विटामिन B3 (नियासिन)

  • रोग:
    • पेलाग्रा
    • डर्मेटाइटिस

विटामिन B5 (पैंटोथेनिक एसिड)

  • रोग:
    • पैरेस्थीसिया (झनझनाहट)

विटामिन B6 (पाइरीडॉक्सिन)

  • रोग:
    • त्वचा में सूजन (Dermatitis)

विटामिन B7 (बायोटिन)

  • रोग:
    • हृदय संबंधी विकार

विटामिन B9 (फोलिक एसिड)

  • रोग:
    • एनीमिया
    • डायरिया

विटामिन B12 (सायनोकोबालामिन)

  • रोग:
    • तंत्रिका संबंधी विकार

विटामिन C (एस्कॉर्बिक एसिड)

  • रोग:
    • मांसपेशियों की कमजोरी
    • गम से खून आना
    • स्कर्वी