
परिभाषा (Definition)
ब्रेस्ट एंगॉर्जमेंट वह स्थिति होती है जिसमें प्रसव (डिलीवरी) के बाद स्तनों में दूध और रक्त प्रवाह की वृद्धि के कारण स्तन कड़े, सूजे हुए और दर्दनाक हो जाते हैं। यह स्थिति आमतौर पर तब होती है जब स्तनों में अधिक मात्रा में दूध भर जाता है और समय पर दूध नहीं निकाला जाता।
कारण (Causes)
- स्तनपान की देर से शुरुआत
- यदि बच्चा जन्म के तुरंत बाद स्तनपान नहीं करता है, तो दूध स्तनों में जमा हो जाता है, जिससे एंगॉर्जमेंट हो सकता है।
- अपर्याप्त या कम बार स्तनपान
- स्तनपान के बीच लंबा अंतराल या शिशु का ठीक से दूध न पीना भी एक कारण हो सकता है।
- दूध का अत्यधिक उत्पादन (Oversupply)
- कभी-कभी माँ के शरीर में आवश्यकता से अधिक दूध बनता है, जिसे बच्चा पूरा नहीं पी पाता, जिससे स्तन भरे रहते हैं।
- अचानक दूध छुड़ाना (Sudden Weaning)
- बिना धीरे-धीरे छुड़ाए अचानक स्तनपान बंद करने से दूध जमा हो जाता है।
लक्षण (Clinical Features)
- स्तन भारी, कड़े और सूजे हुए लगते हैं
- दर्द और संवेदनशीलता
- स्तनों की त्वचा लाल या गर्म हो सकती है
- निप्पल चपटा दिखाई देना
- कभी-कभी हल्का बुखार हो सकता है
प्रबंधन (Management)
- बार-बार स्तनपान कराना
- दूध के जमाव को रोकने के लिए बच्चे को बार-बार स्तनपान कराएं।
- गर्म सिकाई (Warm Compresses)
- दूध निकालने से पहले गर्म पानी की पट्टी से सिकाई करें, इससे दूध बहने में सहायता मिलती है।
- ठंडी सिकाई (Cold Compresses)
- दूध पिलाने के बाद सूजन और दर्द को कम करने के लिए ठंडी सिकाई करें।
- दूध निकालना (Expressing Milk)
- यदि बच्चा ठीक से दूध नहीं पी रहा है तो हाथ या ब्रेस्ट पंप से दूध निकालें।
- सही स्थिति और पकड़ (Proper Positioning and Latch)
- सही स्तनपान की तकनीक अपनाएं ताकि दूध अच्छी तरह से निकल सके।