Normal Pregnancy and Its Management


Unit – TV: Normal Pregnancy and Its Management

Chapter-8: Preconception Care & Genetic Counselling


Preconception Care (गर्भधारण पूर्व देखभाल):

परिभाषा:
गर्भधारण से पहले महिला और संभावित भ्रूण के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने हेतु किया जाने वाला सम्पूर्ण मूल्यांकन, उपचार और सलाह।

मुख्य उद्देश्य:

  • संभावित जोखिमों की पहचान व रोकथाम
  • महिला की संपूर्ण स्वास्थ्य स्थिति का मूल्यांकन
  • आनुवांशिक रोगों की जानकारी
  • सुरक्षित गर्भावस्था के लिए मार्गदर्शन

1. महिला की सामान्य स्वास्थ्य जाँच:

  • मधुमेह (Diabetes), उच्च रक्तचाप (Hypertension), थायरॉयड रोग, अस्थमा, दंत रोग इत्यादि की जाँच।
  • उच्च रक्तचाप की दवाओं में परिवर्तन (ACE inhibitors हटाकर अन्य विकल्प)।
  • वारफारिन की जगह हीपेरिन का प्रयोग।
  • मुँहासों की दवाओं से परहेज।

2. संक्रामक रोगों की जाँच:

  • HIV, Syphilis, Gonorrhea, Chlamydia, Hepatitis B & C, Rubella, Herpes, Cytomegalovirus, Toxoplasmosis
  • संक्रमण की स्थिति में उपचार, अनुपस्थिति में रोकथाम के उपाय।

3. अनुवांशिक रोगों की पहचान:

  • उदाहरण: Sickle cell anemia, Cystic Fibrosis, Thalassemia, Tay-Sach’s Disease
  • पारिवारिक इतिहास के अनुसार जाँच व सलाह।
  • Neural Tube Defect से बचाव हेतु Folic Acid 400 mcg/day, यदि पूर्व में NTD शिशु हुआ हो तो 4 mg/day

4. हानिकारक आदतों से बचाव:

  • धूम्रपान, शराब, नशीली दवाएँ, रेडिएशन
  • रसायनों (Paints, Solvents, Pesticides) से बचाव
  • हॉट टब / स्टीम से दूरी (Hyperthermia से बचाव)
  • अत्यधिक कैफीन का सेवन न करें (≤ 2 कप/दिन)

5. पोषण सम्बन्धी सलाह:

  • विटामिन-D (400-600 IU/day), विटामिन-K
  • आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, आयोडीन की पूर्ति
  • न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट और OTC दवाओं का सुरक्षित उपयोग

6. व्यायाम व वजन नियंत्रण:

  • नियमित मध्यम स्तर का व्यायाम (Moderate Exercise)
  • स्वस्थ BMI बनाए रखना

7. घरेलू हिंसा व मानसिक स्वास्थ्य:

  • घरेलू हिंसा के चिन्हों की पहचान
  • मानसिक परामर्श एवं सहायता

8. संभावित गर्भावस्था जटिलताओं का मूल्यांकन:

  • Cesarean Section, Premature Delivery
  • Hypertensive Disorders of Pregnancy
  • Gestational Diabetes, Rh incompatibility
  • PPH, Thrombotic Events
  • पूर्ववर्ती जटिलताओं के आधार पर परामर्श

Genetic Counselling (आनुवांशिक परामर्श):

परिभाषा:
मानव जनन विज्ञान के आधार पर, संभावित आनुवंशिक रोगों का आकलन, जाँच एवं सलाह देने की प्रक्रिया।


प्रकार:

  1. Prospective Genetic Counselling (पूर्वदर्शी):
    • परिवार में रोग न होते हुए भी भविष्य में संतान में जोखिम का आकलन व सलाह।
  2. Retrospective Genetic Counselling (पश्चदर्शी):
    • पूर्व में रोगयुक्त संतान होने पर भविष्य की संतानों में जोखिम का आकलन व परामर्श।

Indications (संकेत):

  • ज्ञात / संदेहास्पद आनुवंशिक रोग
  • पूर्व शिशु में जन्मजात दोष
  • मानसिक/शारीरिक मंदता
  • Consanguineous विवाह
  • माता की उम्र >35 वर्ष
  • सोनोग्राफी या अन्य जांचों में विसंगति
  • Amniocentesis / Chorionic Villus Sampling में दोष

Genetic Counselling की प्रक्रिया:

  1. इतिहास लेना – व्यक्तिगत, पारिवारिक, चिकित्सा इतिहास
  2. वंशावली चार्ट (Pedigree Chart) बनाना
  3. पुनरावृत्ति संभावना (Recurrence Risk) का आकलन
  4. Screening / Diagnostic Tests की सलाह
  5. उपलब्ध विकल्पों की जानकारी:
    • गर्भावस्था समाप्त करना या जारी रखना
    • भविष्य की योजना
    • सामुदायिक संसाधनों से परिचय

निष्कर्ष:

Preconception Care और Genetic Counselling गर्भावस्था की योजना बनाने वाली महिला के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो सुरक्षित मातृत्व और स्वस्थ शिशु के जन्म की संभावनाओं को बढ़ाता है।


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